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संविधान संवाद व्याख्यान 2022: समाज संस्कार और संविधान
संविधान संवाद व्याख्यानमाला 2022: प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल का संबोधन विकास संवाद द्वारा आयोजित प्रथम’संविधान संवाद व्याख्यान…

कथानक निर्माण के दौर में एआई और मनुष्यता पर संकट
विकास संवाद द्वारा आयोजित 17 वें नेशनल कान्क्लेव में चर्चित लेखक और न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अजय सोडानी ने ‘कथानक निर्माण के दौर में मनुष्यता: एचआई बनाम एआई’ विषय पर संवाद किया। मनुष्यता पर मंडरा रहे आधुनिक संकट को समझने के लिए यह व्याख्यान बेहद महत्वपूर्ण कड़ी है।

मैत्री की शिक्षा संभव, इसका विस्तार करना असली चुनौती
प्रख्यात शिक्षाविद अमन मदान ने विकास संवाद द्वारा आयोजित ‘बाल अधिकार मीडिया अवार्ड’ कार्यक्रम में ‘मैत्री की शिक्षा’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा, “मैत्री की शिक्षा संभव है लेकिन वास्तविक चुनौती इसकी शिक्षा की नहीं इसके विस्तार की है क्योंकि हमारा देश, समाज, संविधान और सारा विश्व मैत्री के मूल्य से ही संचालित हो सकता है।”

मूल्ययुक्त समाज: आपके लिए क्या है न्याय का अर्थ?
आप संवैधानिक मूल्यों से क्या समझते हैं? क्या इन मूल्यों को जानने के लिए किसी शोध…

संविधान और हम-5 : मौलिक अधिकार
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 12 से 35 तक नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लेख किया गया है। भारतीय संविधान के गहन अध्ययनकर्ता मैनविल आस्टिन ने लिखा है, “ऐसा लगता है कि मूल अधिकारों ने भारत में एक नई समानता का सृजन किया है और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा करने में सहायता की है।”

संविधान और हम-4 : संविधान की उद्देशिका
संविधान की उद्देशिका में विशाल भारतीय संविधान का सार तत्व संग्रहित है। यह उन उद्देश्यों का उल्लेख करता है जिन्हें प्राप्त करने के लिए हम प्रयासरत हैं। संविधान की उद्देशिका से परिचय गहरा करवाने का प्रयास है यह एपिसोड।