डॉ. बी.आर. अम्बेडकर और भारतीय संविधान
भारतीय संविधान के निर्माण में डॉ. अम्बेडकर की भूमिका निश्चित रूप से महत्वपूर्ण थी लेकिन यह कहना गलत होगा कि उन्होंने ही संविधान बनाया। संविधान निर्माण में संविधान सभा के अनेक सदस्यों की अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका थी। 25 नवंबर 1949 को संविधान का अंतिम मसौदा पेश करते हुए स्वयं डॉ. अम्बेडकर ने बी.एन. राऊ, मसौदा लेखक एस.एन. मुखर्जी, मसौदा समिति के सदस्यों समेत अनेक व्यक्तियों को इस बात का श्रेय दिया था कि उनके सहयोग से संविधान का ऐसा स्वरूप सामने आ सका। परंतु यह भी सच है कि डॉ. अम्बेडकर संविधान को लेकर काफी समय से काम कर रहे थे। उन्होंने 1945 में ‘स्टेट ऐंड माइनॉरिटीज’ नामक एक दस्तावेज बनाया था जिसे संविधान का आरंभिक रूप माना जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति समुदाय के लिए सुरक्षा तंत्र के विकल्प प्रस्तुत करना था।