चक्रम ने समझा कि सीख किसी भी व्यक्ति या परिस्थिति से मिल सकती है।
जब ध्यान से देखते हैं, तब अहसास होता है कि देश-दुनिया और इंसान की गहराई कितनी है? इनकी गहराई उतनी ही है, जितना कि महसूस किया जा सकता है। बहुत सारी बातें छुई या पकड़ी या कैद नहीं की जा सकती हैं, जैसे ब्रहमांड की सीमा को मापा नहीं जा सका है। चक्रम कोई अवतार नहीं है। वह एक नागरिक है क्योंकि वह महसूस कर सकता है। चक्रम क्या-क्या महसूस कर सकता है, पढ़ते हैं नागरिक चक्रम की इस कहानी में।
