हिंदी दिवस: राज भाषा निर्माण का संघर्ष

हिंदी दिवस: राज भाषा निर्माण का संघर्ष

जिस समय भारत ब्रिटिश उपनिवेशवाद से आज़ाद हो रहा था और एक नए राष्ट्र के रूप में उसका एकीकरण हो रहा था, ठीक उसी समय पहली बार भारत की राज भाषा और राष्ट्र भाषा का प्रश्न खड़ा हुआ। संविधान सभा में हिंदी और अहिंदीभाषी सदस्यों के बीच लंबी बहस के बाद हिंदी को राज भाषा बनाने पर सहमति बन सकी।

सबसे कटु दौर में लोकतांत्रिक और मूल्‍ययुक्‍त बना संविधान

सबसे कटु दौर में लोकतांत्रिक और मूल्‍ययुक्‍त बना संविधान

आर्थिक बदहाली, हिंसा, प्राकृतिक आपदाओं, सांप्रदायिक वैमनस्यता के तूफ़ान के बीच संविधान सभा के 250 से अधिक प्रतिनिधि, भारत के लिए ऐसा संविधान…

लक्ष्य संबंधी प्रस्ताव, संविधान और नेहरू

लक्ष्य संबंधी प्रस्ताव, संविधान और नेहरू

नेहरू जिस भारत का स्वप्न देखते थे, उसमें टुकड़ों में बंटे हुए भारत के लिए कोई जगह नहीं थी। उनके मन में पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक एक भारत की छवि थी…