भारतीय संविधान निर्माण की पृष्ठभूमि
भारत ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ लेकिन इस आजादी के अर्थ क्या थे? इसकी व्यवस्थाएं क्या थीं? आम जनता को इस आजादी के साथ कौन से अधिकार और दायित्व तथा जिम्मेदारियां मिलीं, इसका निर्धारण हमारे संविधान के माध्यम से किया गया। संविधान के बारे में जानकारी प्राप्त करने से पहले यह आवश्यक है कि हम संविधान निर्माण की प्रक्रिया को अच्छी तरह समझें। वे कौन सी परिस्थितियां थीं जिनमें हमारा संविधान बनाया गया? संविधान बनाने वाले कौन लोग थे? उनकी पृष्ठभूमि क्या थी? उनका सोच क्या था? यह सब जानकर ही हम संविधान के बारे में अपनी समझ मजबूत बना सकते हैं। यदि हमें भारतीय संविधान के बारे में समझ को परिपक्व बनाना है तो सन 1946 के घटनाक्रम पर खास दृष्टि डालनी होगी। ऐसा करेंगे तभी हम एक नागरिक और इंसान के रूप में भारत के इतिहास, स्वतंत्रता आंदोलन तथा संविधान के साथ न्याय कर सकेंगे। ऐसा करके ही हम भारतीय संस्कृति और राजनीतिक व्यवस्था में विविधता, सहिष्णुता, प्रेम, न्याय, समता, स्वतंत्रता और बंधुता के मूल्यों की महत्ता को अपना पाएंगे।