श्री काशिफ काकवी
अंग्रेजी अखबारों से शुरुआत कर वर्तमान में काशिफ राजनीतिक, सामाजिक सरोकार, खेल, शिक्षा आदि मुद्दों पर कार्य कर रहे हैं।
अंग्रेजी अखबारों से शुरुआत कर वर्तमान में काशिफ राजनीतिक, सामाजिक सरोकार, खेल, शिक्षा आदि मुद्दों पर कार्य कर रहे हैं।
काशीराम वरकड़े ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से पत्रकारिता का अध्ययन किया है और वर्तमान में स्वतंत्र पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं।
वर्ष 2014 से पत्रकारिता के दौरान ममता यादव ने स्पेशल और ऑफ बीट विश्लेषणात्मक कंटेंट के लिए पहचान बनाई है।
लाड़ली मीडिया अवार्ड से सम्मानित निदा वर्तमान में वंचित और पिछड़े समुदायों की महिलाओं के विकास के लिए सक्रिय हैं।
चीफ सब एडिटर और सब एडिटर के रूप में कार्य के दौरान महिला मुद्दों, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लेखन
पत्रकार, प्रोड्यूसर, कवि, कथाकार के रूप में मैदानी मुद्दों को उठा कर संवेदनशील व्यक्ति के रूप में पहचान
सागर के हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर करने के बाद देश-प्रदेश के विभिन्न समाचार पत्रों में लेखन
सचिन चौधरी ने बुंदेली भाषा में पत्रकारिता को लेकर एक अभिनव प्रयास ‘बुंदेली बौछार’ प्रारंभ किया।
स्नातकोत्तर शिक्षा के बाद समाचार पत्र पत्रिका में चीफ रिपोर्टर के रूप में कार्य, वर्तमान में शहडोल संस्करण के स्थानीय संपादक