संविधान सभा की पूरी बहस (भाग 3)
स्वतंत्र भारत के संविधान का प्रारूप तैयार करने का ऐतिहासिक कार्य कांस्टीट्यूशनल हॉल में प्रारंभ हुआ, जिसे अब संसद भवन के केंद्रीय कक्ष के रूप में जाना जाता है। भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू होने के पश्चात् संविधान सभा अस्तित्व में नहीं रही और 1952 में नई संसद के गठन तक इसने ही भारत की अस्थाई संसद का रूप ले लिया था। लोकसभा सचिवालय ने 4 नवंबर 1948 से 30 नवंबर 1948 के दौरान हुई चर्चा का विवरण तीसरी पुस्तक में प्रस्तुत किया है।